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Election 2024

मोदी की सरकार तीसरी बार  




नरेंदर दामोदर मोदी ने तीसरे कार्यकाल के लिए आज रविवार 09-06-2024 शाम  विदेश के सैकड़ों VIP और पड़ोस के छोटे 7  देशों के राष्ट्राध्यक्ष के मौजूदगी में प्रधान मंत्री पद की शपथ ली, साथ ही NDA गठबंधन के 72 केंद्रीय और राजयमंत्रीयों ने भी ली शपथ. 
राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी मंत्रियों को शपथ दिलाई 

 

2024 चुनाव हिन्दू-मुस्लिम और आरक्षण पर: बीजेपी 
बीजेपी के शीर्ष नेताओं के अनुसार कांग्रेस धर्म की राजनीती करती है! क्या मजाक है ! टूंटी -मंगल सूत्र -भैंस ये वो शब्द हैं, जो बीजेपी शीर्ष नेता अपने भाषणों में मुस्लमान समाज को टारगेट कर रहे हैं पश्चिम बंगाल में OBC का आरक्षण मुसलमानों को दिया जा रहा है. किन्तु ये तो गुजरात में पहले से दिया जा रहा है क्यों की OBC मुस्लिमों में भी है, और इसकी कोई बात नहीं कर रहा.  

देश को दमदार सरकार की जरूरत: मोदी 
 किन्तु किस कीमत पर, क्या आम आदमी की आजादी की कीमत पर, की जो सवाल करेगा जेल जायेगा, या बीजेपी ज्वाइन करेगा, ऐसा है दमदार सरकार का भविष्य।

4 तारीख को EVM पर विपक्ष द्वारा अपनी हार का ठीकरा फोड़ा जायेगा- अमित शाह ! 
क्या ये सच होने वाला है?  क्या वास्तव में EVM इसमें खेला कर चुके होंगें और हम देखेंगें EVM का असली जादू। टेक्नोलॉजी के फायदे तो बहुत हैं पर यदि गलत इरादे से प्रयोग किया जाय तो नुक्सान इतना होगा जिसकी कल्पना नहीं की होगी।
 


छटे चरण का चुनाव ख़त्म: दिल्ली समेत देश के विभिन्न राज्यों में आज का मतदान 59.06 % के करीब रहा 
उत्तर प्रदेश की 14 जम्मू की 1 लोकसभा सीट के लिए लोगों ने लगभग 54 और 52 प्रतिशत मतदान हुआ. 
दिल्ली में इतिहास में दो विपक्षी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने एक दूसरे के लिए कह के मतदान किया, आपको बता दें केजरीवाल ने कांग्रेस को वोट डाला, और राहुल गाँधी ने सोनिया गाँधी के साथ जाकर आम आदमी पार्टी को वोट दिया   

दिल्ली में आज मतदान: दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर कल शनिवार 25 मई को छठे चरण में मतदान है, दिल्ली की सात सीटों में आप चार और कांग्रेस 3 सीटों पर इंडिया गठबंधन में मिल कर चुनाव लड़ रहे हैं, चुनाव में साथ उतरने में दोनों पार्टियों को एक दूसरे के वोटर्स का सपोर्ट तो मिलता है पर इसमें परेशानी ये है की बहुत से वोटर ये नहीं जानते की दोनों साथ लड़ रहे हैं और जहाँ से एक पार्टी का चुनाव चिन्ह ही नहीं होगा तो उस पार्टी का मतदाता कहीं पार्टी निशान न मिलने पर गलत मतदान न कर दे, बीजेपी के मतदाता तो लगभग सभी बीजेपी को ही वैट देंगें किन्तु कांग्रेस के मतदाता को जब कांग्रेस का चुनाव चिन्ह नहीं मिलेगा तब वो क्या करेगा या आप के मतदाता को जब झाड़ू का चुनाव चिन्ह नहीं मिलेगा तो वह क्या करेगा 
छटे चरण में उत्तर प्रदेश की भी कुछ सीटों पर मतदान है किन्तु वहां पर कांग्रेस और सपा की साझेदारी है.    
दिल्ली में दंगल: आज  भिड़ेंगे दो पहलवान दोनों बिहार से 


दिल्ली उत्तर पूर्वी दिल्ली से बिहारी उम्मीदवार मनोज तिवारी के खिलाफ कांग्रेस ने भी उतारा बिहारी उम्मीसवार JNU फेम कनहिया कुमार, मनोज की उत्तर पूर्वी दिल्ली से बिहार के वोटरों का जो सपोर्ट था वही सपोर्ट अब उनकी हार का कारन बनता दिख रहा है, वैसे भी दिल्ली से अभी आप और कांग्रेस के गठबंधन के चलते ये सीट पहले ही फंस गयी थी ऊपर से बिहारी उम्मीदवारी ने लगभग चुनाव एकतरफा बना दिया है.  

मँहगाई सबसे कम: मोदी 
प्रधान मंत्री के अनुसार देश में मंहगाई कम हुई है, देश में मँहगाई तो इंद्रा गाँधी की सरकार के समय ज्यादा थी, इस तरह पत्रकारों  के सवाल पर बोलते हुवे मोदी ने अपनी सरकार के कार्यकाल को इंद्रा सरकार के कार्यकाल से जोड़ दिया और आज की परिस्थिति में मॅंहगाई पर उठते हुवे सवालों को इंद्रा गाँधी के कार्यकाल से तुलना करके असली जवाब से मुकर गए, और पत्रकार ऐसे की दोबारा सवाल नहीं कर सके की आज की बात करो, इंद्रा सरकार को गए तो 30 साल से ज्यादा हो चुके हैं, इंद्रा गाँधी की सरकार से आज की तुलना किसलिए।


उसके साथ ही आगे बोलते हुवे कहा की पत्रकारों को इस पर विपक्ष से सवाल करना चाहिए, मानो सरकार विपक्ष चला रहा है, ऐसा लग रहा है 10 वर्ष सरकार चलने के बाद भी मोदी की मानसिकता अभी तक कांग्रेस से सवाल करो पर अटकी है या वे अब ज्यादा बूढ़े हो चले हैं और कुछ भी बोल रहे हैं मानो सठिया गए हों. 

तीसरे चरण का मतदान ख़त्म:
तीसरे चरण के लिए 93 सीटों पर मतदान आज हुआ, ग्यारह राज्यों में था आज चुनाव।
वोटिंग का प्रतिशत काफी हद तक 65 % के ऊपर या आसपास रहा. 
आज गुजरात में प्रधान मंत्री ने भी अपना मतदान किया किन्तु गुजरात में वोटिंग प्रतिशत 2019 में 65 % था जो इस बार 55 % के आसपास रहा अब ये मतदान प्रतिशत क्यों कम रहा, मतदाता क्यों कम कर रहे हैं, इसके पीछे क्या कारण हैं ? एक तो आज गर्मी भी बहुत थी, हो सकता है बहुत से मतदाता अधिक गर्मी के कारन शायद पहले ही सोच के बैठे हैं की आएगा तो मोदी ही, चाहे वे मतदान करें या नहीं।


मध्य प्रदेश में भी 2019 की तुलना में 2024 में लगभग 10% मतदान कम हो रहा है. उत्तर प्रदेश में भी 55  % के आसपास मतदान प्रतिशत रहा है. जबकि उत्तर प्रदेश में तो योगी मोदी फेक्टर के साथ राम मंदिर मुद्दा भी चुनाव पर हावी होना चाहिए था. 
पश्चिम बंगाल, असम की सीटों पर वोटिंग प्रतिशत 70- 75 %के आसपास रहा, यहाँ 2019 की तुलना में ज्यादा गिरावट नहीं है, कारण एक तो लोग मतदान के प्रति जागरूक हैं दूसरा यहाँ का मौसम भी उत्तर भारत की तुलना में मौसम अच्छा बना रहता है, जिससे लोगों को बाहर निकलने में अधिक परेशानी नहीं होती।

राहुल गाँधी रायबरेली से भरेंगें परचा: लड़ेंगें चुनाव 
अभी तक की ख़बरों में राहुल गाँधी पर अमेठी की जनता का इन्तजार अब लगभग समाप्त हुआ, राहुल अब अमेठी से नहीं रायबरेली से लड़ेंगें चुनाव, अमेठी से किसी अन्य नेता (के एल शर्मा ) को चुनाव लड़ाया जायगा, अब स्मृति ईरानी के खिलाफ KL Sharma (कांग्रेस) चुनाव लड़ेंगें।


अमेठी के कांग्रेस कार्यकर्त्ता अब थोड़ा हताश जरूर होंगे क्योकी वे लगातार राहुल से अमेठी से फिर से चुनाव लड़ने की बात पर अड़े थे और मांग कर रहे थे  की इस बार जीत पक्की है, स्मृति को लोग पसंद नहीं कर रहे हैं और कांग्रेस की और से राहुल या प्रियंका को वापस लेन की बात पर जोर दे रहे थे. 
यदि चुनाव विशेषज्ञों की माने तो राहुल को अमेठी से ही चुनाव में उतरना चाहिए था इससे उनके राजनैतिक कद को और मजबूती मिलती, और यदि वे अमेठी से जीतते तो उनका और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल आसमान पर होता साथ ही इसके दूरगामी परिणाम उनके पक्ष में देश के वोटरों में जाता।
राजनीति में हवा बनाने का हुनर जिसमें ज्यादा होता है वो फायदे में रहता है, अब राहुल के लिए ये हवा बनाई जाएगी की "भाग गए" -"डर गए" इसका फायदा बीजेपी उठाने की कोशिस करेगी। कांग्रेस को फायदा कम  नुक्सान ज्यादा हो सकता है. 

कौन है?   के.एल.शर्मा  जो अमेठी से लड़ रहे चुनाव:


K. L. Sharma यानी किशोरी लाल शर्मा गांधी परिवार के पुराने करीबी हैं. वह लंबे वक्‍त से रायबरेली में सोनिया गांधी के प्रतिनिधि भी रह चुके हैं. उनकी गांधी परिवार में पकड़ अच्छी जब भी गांधी परिवार से जुड़े मामलों की बात आती है तो किशोरी लाल शर्मा रायबरेली और अमेठी में महत्वपूर्ण व्यक्ति होते हैं, यानि कांग्रेस पार्टी के सबसे व्यक्ति जो अमेठी और रायबरेली में कोई भी निर्णय ले सकता है.

मूलतः पंजाब राज्‍य के मूल निवासी के एल शर्मा पहली बार 1983 में कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अमेठी आए थे. वह कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री (दिवंगत) राजीव गांधी के साथ बेहद करीबी रहे. अमेठी में ही रहकर वह पार्टी के लिए मजबू‍ती से काम करते रहे और 1991 में राजीव गांधी के देहांत के बाद वह अमेठी में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम करते रहे. वह अन्य कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते रहे. किशोरी लाल शर्मा ने 1999 में सोनिया गांधी के पहले चुनावी अभियान में अहम भूमिका निभाई थी. गांधी ने पहली बार अमेठी में जीत के साथ संसद में प्रवेश किया था. 

अब यदि के एल शर्मा चुनाव में स्मृति ईरानी को हरा देते हैं तो स्मृति ईरानी का कद तो काफी हद तक कम होगा ही, के एल शर्मा का कद निश्चित रूप से बहुत बढ़ जायेगा जो उन्हें कांग्रेस के साथ देश में भी महत्वपूर्ण भूमिका भी दिला सकता है

पीएम मोदी ने राष्ट्रपति का किया अपमान- जयराम रमेश

जयराम रमेश ने तस्वीरों के साथ अपने पोस्ट में कहा कि हमारे राष्ट्रपति का अपमान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निश्चित रूप से खड़ा होना चाहिए था। वहीं रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली में बोलते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम मोदी राजकीय प्रोटोकॉल के लिए राष्ट्रपति के सम्मान में भी खड़े नहीं हुए और कहा  कि भाजपा का संविधान में विशवास नहीं।  प्रधान मंत्री खुद को संविधान से बड़ा मानते हैं.


बात दरअसल आज श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न उनके स्वस्थ ठीक न होने के कारण उनके घर पर ही देने की थी, जिसके लिए देश की राष्ट्रपति मुर्मू के साथ प्रधान मंत्री श्री आडवाणी जी के आवास पर थे किन्तु अवार्ड देते समय PM मोदी खड़े नहीं हुवे, साथ ही राष्ट्रपति मुर्मू साधारण कर्मचारी की तरह खड़ी थी जिसकी फोटो शोसल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसे देख कर लग रहा है की राष्ट्रपति, आडवाणी जी के बगल में खड़ी हैं और प्रधान मंत्री बगल में बैठे हैं, ये प्रोटोकॉल के अनुरूप नहीं है,