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जयशंकर का दुनिया को कड़ा संदेश: आतंकवाद को कुचलने का भारत का हक, आतंक फैलाने वाले और आतंक झेलने वाले एक जैसे नहीं, अगली   कवाड बैठक भारत में होगी





NB7-न्यूयॉर्क, 1 जुलाई 2025: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने क्वाड देशों (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख को दोहराया। उन्होंने कहा, "दुनिया को आतंकवाद को खत्म करने पर गंभीरता से बात करनी होगी। 


भारत को अपने लोगों की रक्षा का पूरा हक है, और हम आतंकियों को कहीं भी हों, खत्म करेंगे।" जयशंकर ने यह भी घोषणा की कि अगली क्वाड शिखर बैठक भारत में होगी, जिसके लिए भारत कई सुझाव लाएगा ताकि यह बैठक फलदायी हो।

इंडो-पैसिफिक में आजादी और शांति पर जोर


जयशंकर ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को स्वतंत्र और खुला रखने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि इस क्षेत्र में कोई दबाव या जबरदस्ती न हो। हर देश को अपने विकास और सुरक्षा के फैसले लेने की पूरी आजादी होनी चाहिए।" यह बयान चीन के बढ़ते दबदबे के खिलाफ एक मजबूत संदेश माना जा रहा है, जो इस क्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।

अमेरिका के न्योते पर जयशंकर की यात्रा

यह बैठक अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो के न्योते पर हुई। क्वाड देश इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग और शांति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जयशंकर ने इस दौरान संयुक्त राष्ट्र में एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया, जहां उन्होंने आतंकवाद को शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया।

अगली कवाड बैठक भारत में, नए सुझावों की उम्मीद

जयशंकर ने कहा कि भारत अगली क्वाड शिखर बैठक की मेजबानी करेगा। उन्होंने भरोसा जताया कि सभी क्वाड देश अपने सुझाव लाएंगे और मिलकर सकारात्मक चर्चा होगी। यह बैठक क्षेत्रीय सहयोग और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

क्यों है यह खबर महत्वपूर्ण?

जयशंकर का यह बयान न केवल भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है, बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बनाए रखने की भारत की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है। यह खबर उन पाठकों के लिए खास है जो वैश्विक कूटनीति, भारत की विदेश नीति, और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों में रुचि रखते हैं।

टैग्स: एस. जयशंकर, क्वाड मीटिंग, आतंकवाद, इंडो-पैसिफिक, भारत विदेश नीति, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया

स्थान: USA
प्रकाशित: 1 जुलाई 2025, 19:17 IST

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परमाणु शक्ति बन के रहेंगे: खामनेई 

NB7-तेहरान, 27 जून 2025: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई ने हाल ही में ऐलान किया, "ईरान थोपी हुई शांति स्वीकार नहीं करेगा और सरेंडर नहीं करेगा।" उन्होंने परमाणु कार्यक्रम को राष्ट्रीय सुरक्षा का आधार बताते हुए इसे और मजबूत करने की बात कही। यह बयान इजराइल के साथ बढ़ते तनाव और क्षेत्रीय प्रभुत्व की जंग के बीच आया है।




क्यों चाहता है ईरान परमाणु बम?

क्या इजराइल की रहस्यमयी परमाणू  शक्ति से टकराव है कारण ?

खामनेई का परमाणु हथियार बनाने का इरादा इजराइल की परमाणु क्षमता को चुनौती देने की रणनीति से जोड़ा जा रहा है। सेंटर फॉर आर्म्स कंट्रोल एंड नॉनप्रोलिफरेशन के मुताबिक, इजराइल के पास 90 परमाणु वॉरहेड और सैकड़ों बम बनाने की सामग्री है। इजराइल ने परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर नहीं किए और अपनी परमाणु शक्ति को आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं करता, लेकिन लीक हुई खबरों में इसके नेगेव रेगिस्तान में परमाणु परीक्षणों का जिक्र है।

2024 की अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान परमाणु बम बनाने के "काफी करीब" है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया कि ईरान ने फोर्डो न्यूक्लियर साइट से 400 किलोग्राम संवर्धित यूरेनियम हटाया, जो 10 परमाणु हथियारों के लिए पर्याप्त है। 

खामनेई का मानना है कि परमाणु क्षमता इजराइल और पश्चिमी देशों के दबाव के खिलाफ सुरक्षा कवच देगी।

यह बयान मध्य-पूर्व में तनाव को और बढ़ा सकता है, क्योंकि इजराइल ने पहले ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए हैं। संयुक्त राष्ट्र और पश्चिमी देश JCPOA समझौते को पुनर्जनन की मांग कर रहे हैं, लेकिन ईरान ने प्रतिबंधों के खिलाफ अपने रुख को और कड़ा कर लिया है।  

  

अहमदाबाद विमान हादसा 2025:

विमान हादसे के वो 59 सेकंड: फॉल्टी बोइंग 787 ने कैसे छीनी 279 जिंदगियां?"


कैसे टेकऑफ के बाद 59 सेकेण्ड में बोईंग 787 धराशाही, बना आग का गोला: दोनों इंजन बंद, 279 मासूम जिन्दा जले, ख़ुशी के पल मातम में बदले"

NB7-अहमदाबाद, 15 जून 2025 

एयर इंडिया फ्लाइट AI171 का 12 जून 2025 को हुआ दर्दनाक हादसा लोगों के दिलों में दहशत पैदा कर गया है। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही पलों बाद मेघनीनगर में एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर गिरकर क्रैश हो गया। इस भयानक हादसे में 279 लोगों की मौत हो चुकी है। 

"क्यों गिरा विमान: 279 लोगों की मौत, छात्रों ने भी गंवाई जान"

(इस खबर को विस्तार से पढ़ें)

अहमदाबाद, 15 जून 2025 - 12 जून 2025 को एयर इंडिया फ्लाइट AI171 (बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर) का अहमदाबाद में हुआ हादसा भारत के सबसे भयावह विमान हादसों में से एक है। यह विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद मेघनीनगर में बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर क्रैश हो गया। 

इस हादसे में 242 यात्रियों और क्रू मेंबर्स में से 241 की मौत हो गई, साथ ही हॉस्टल में 33 लोग, जिनमें 20 मेडिकल छात्र शामिल थे, मारे गए। केवल एक यात्री, विश्वास कुमार रमेश, चमत्कारिक रूप से बच गया। 

अहमदाबाद विमान हादसा 2025 में 241 यात्रियों और क्रू मेंबर्स की मौत का मुख्य कारण विमान का हॉस्टल से टकराना और ईंधन से लगी भीषण आग था। अधिकांश लोगों की मौत आग में जलने या टक्कर के प्रभाव से हुई, लेकिन कुछ की मौत घुटन, मलबे में दबने, या गंभीर चोटों से हो सकती है।

हॉस्टल के 33 लोग भी इमारत ढहने और आग से मारे गए। 

विश्वास कुमार रमेश की जान उनकी सीट की स्थिति और कम प्रभावित क्षेत्र के कारण बची। 

ब्लैक बॉक्स की जांच से सटीक कारण सामने आएंगे, लेकिन यह हादसा विमानन सुरक्षा, निर्माण प्रक्रिया, और रखरखाव में सुधार की मांग करता है। 

DGCA और AAIB की जांच भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण होगी।

ब्लैक बॉक्स मिला, जांच शुरू

13 जून 2025 को ब्लैक बॉक्स (कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) बरामद कर लिया गया। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) इसकी जांच कर रहा है। 

पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल ने उड़ान के एक मिनट से भी कम समय में "मेडे" आपातकालीन कॉल किया था, जिसमें बताया गया कि "इंजन में ताकत नहीं मिली" और विमान "नीचे गिर रहा है"। विमान 650 फीट की ऊंचाई तक गया और फिर 2 किमी दूर हॉस्टल पर गिर गया। एक 59 सेकंड का सीसीटीवी वीडियो इस हादसे का मुख्य सबूत है।

शवों की पहचान और परिवारों को सौंपना

14 जून 2025 तक अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में डीएनए टेस्ट के जरिए 19 शवों की पहचान हो चुकी है, और नौ शव परिवारों को सौंपे गए हैं। 14 जून को फायर ब्रिगेड ने विमान के पूंछ वाले हिस्से के नीचे एक और शव बरामद किया।

बोइंग 787 की सुरक्षा जांच के आदेश

भारतीय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के सभी बोइंग 787-8/9 विमानों की विशेष सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं। जांच में ईंधन, इंजन और हाइड्रोलिक सिस्टम पर ध्यान दिया जा रहा है। क्रैश हुआ विमान (VT-ANB) जून 2022 में बड़े रखरखाव से गुजरा था, और इसके दाएं इंजन की मार्च 2025 में मरम्मत हुई थी, जबकि बाएं इंजन की अप्रैल 2025 में जांच हुई थी। उड़ान से पहले कोई तकनीकी खराबी की सूचना नहीं थी। सरकार बोइंग 787 फ्लीट को अस्थायी रूप से रोकने पर विचार कर रही है।
पीएम मोदी ने लिया जायजा

13 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे की जगह का दौरा किया और इसे "दिल दहला देने वाला" बताया। उन्होंने इकलौते बचे व्यक्ति से मुलाकात की और हालात का जायजा लिया। नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने जांच रिपोर्ट के लिए तीन महीने की समय सीमा दी है।
वायरल वीडियो और बचे हुए व्यक्ति की कहानी

अहमदाबाद विमान हादसा 2025-सबसे ज्यादा चर्चा में जो रहे :

1 - अहमदाबाद के एक 17 साल के लड़के ने अनजाने में हादसे का वीडियो रिकॉर्ड किया, जो वायरल हो गया। 

2 - इकलौता बचा व्यक्ति, विश्वास कुमार रमेश, ने अस्पताल से अपनी दर्दनाक कहानी बताई, जिसमें उन्होंने आग के गोले में फंसे होने का जिक्र किया। 

3 - एक पूर्व  यात्री ने बताया कि उसी विमान में पहले की उड़ान में एसी और कॉल लाइट्स काम नहीं कर रही थीं, जिससे विमान की स्थिति पर सवाल उठे।

4 - गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी की मौत

हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी जान गई, जिससे राज्य में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर बचाव कार्यों को तेज किया।


एयर इंडिया की प्रतिक्रिया

एयर इंडिया ने आपातकालीन केंद्र बनाया और परिवारों की मदद के लिए सपोर्ट टीमें तैनात कीं। एयरलाइन ने AI171 फ्लाइट नंबर को अपने शेड्यूल से हटा दिया। 

चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने दुख जताया और प्रभावित परिवारों की मदद का वादा किया।

दोनों इंजनों के एक साथ बंद होने की संभावित वजहें

विमान के दोनों इंजनों का टेकऑफ के तुरंत बाद क्यों बंद हुवे?

 क्या ये पायलेट की कोई भूल थी या इलेक्ट्रॉनिक सर्किट का कोई दोष ?

हादसे में सबसे बड़ा सवाल है कि दोनों इंजन एक साथ क्यों बंद हुए। यह एक बहुत ही दुर्लभ घटना है। विशेषज्ञों ने निम्नलिखित संभावित कारणों की जांच शुरू की है:

सेंट्रल फ्यूल सिस्टम में गंभीर खराबी

बोइंग 787-8 में दोनों इंजनों को ईंधन देने वाला एक साझा फ्यूल सिस्टम होता है। अगर मुख्य फ्यूल पंप या फ्यूल कंट्रोल यूनिट में खराबी हो, तो दोनों इंजनों तक ईंधन की सप्लाई रुक सकती है। यह निर्माण के दौरान गलत असेंबली या रखरखाव की कमी से हो सकता है।

इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम का पूरी तरह फेल होना

बोइंग 787 के छह जनरेटर और लिथियम-आयन बैटरी इसके इलेक्ट्रिकल सिस्टम का हिस्सा हैं। अगर टेकऑफ के दौरान मुख्य इलेक्ट्रिकल सिस्टम फेल हो जाए, तो इंजन कंट्रोल यूनिट्स (ECUs) को सिग्नल नहीं मिलेगा, जिससे दोनों इंजन बंद हो सकते हैं। यह निर्माण में वायरिंग की गड़बड़ी या सॉफ्टवेयर त्रुटि से हो सकता है।

सॉफ्टवेयर ग्लिच या साइबर इंटरफेरेंस

विमान का फुल ऑथोरिटी डिजिटल इंजन कंट्रोल (FADEC) सॉफ्टवेयर पर निर्भर है। अगर सॉफ्टवेयर में ग्लिच या बग हो, तो दोनों इंजनों को गलत सिग्नल मिल सकता है, जिससे वे बंद हो जाएं। साइबर इंटरफेरेंस की संभावना भी जांच में है, क्योंकि डिजिटल सिस्टम नेटवर्क से जुड़े होते हैं। यह निर्माण में सॉफ्टवेयर टेस्टिंग की कमी से हो सकता है।

दोनों इंजनों में एकसमान डिज़ाइन दोष

अगर दोनों इंजनों (GE GEnx या रोल्स-रॉयस ट्रेंट 1000) में एक ही तरह का डिज़ाइन दोष हो, जैसे फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम या टरबाइन ब्लेड में खराबी, तो दोनों एक साथ फेल हो सकते हैं। यह निर्माण प्रक्रिया में डिज़ाइन की खामी से हो सकता है। किन्तु यह अति असामान्य है की दोनो इंजन एक साथ बंद हो जाएं, जबतक उन्हें मानवीय कारणों से बंद करने के निर्देश न मिलें हों 
विमान के कम्प्यूटर सिस्टम भी समय समय पर किसी भी मानवीय भूल के लिए पायलट को सलाह और चेतावनी देता रहता है 

वायुमंडलीय या पर्यावरणीय कारक

टेकऑफ के समय 43 डिग्री सेल्सियस की गर्मी थी, जिससे हवा का घनत्व कम हो सकता है। इससे इंजनों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिली होगी, जिससे कम्प्रेशन फेल हुआ। अगर एयर इनटेक सिस्टम में खराबी थी, तो यह दोनों इंजनों को प्रभावित कर सकता है। यह निर्माण में डिज़ाइन की कमी से जुड़ा हो सकता है।

मानवीय गलती के साथ तकनीकी खराबी

अगर पायलट ने गलत थ्रस्ट सेटिंग्स या कॉन्फिगरेशन चुना और साथ ही इंजनों में कोई छोटी खराबी थी, तो यह दोनों इंजनों को ओवरलोड कर सकता है। यह निर्माण में सेंसर की खराबी या ऑपरेशनल चेक में कमी से हो सकता है।

समान पार्ट्स की खराबी

अगर दोनों इंजनों में एक ही आपूर्तिकर्ता के समान पार्ट्स (जैसे फ्यूल नोजल) में दोष हो, तो यह दोनों इंजनों को एक साथ प्रभावित कर सकता है। यह निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण की कमी को दर्शाता है।

अहमदाबाद विमान क्रैश में 204 की मौत, पूर्व CM की भी मौत 



अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे ने फैलाया मातम

NB7-अहमदाबाद: 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एक भयानक विमान हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। एयर इंडिया का विमान AI-171, जो बी.जे. मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स हॉस्टल के पास क्रैश हो गया, उसमें 204 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। 

विमान में कुल 242 यात्री सवार थे। हादसे के बाद मलबे में लगी आग ने कॉलेज की इमारत को भी भारी नुकसान पहुंचाया। अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 41 घायल लोग अहमदाबाद सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत स्थिर है।

सनसनीखेज खुलासा: हादसे में मरने वालों में मेडिकल कॉलेज के कई छात्र भी शामिल हैं, जो उस समय हॉस्टल में थे। इस खबर ने पूरे शहर में मातम का माहौल बना दिया है।

डीएनए सैंपलिंग: मृतकों की पहचान का इकलौता रास्ता


पुलिस कमिश्नर ने पुष्टि की कि मृतकों की पहचान के लिए उनके परिजनों के डीएनए सैंपल लिए जाएंगे। यह प्रक्रिया बी.जे. मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड फ्लोर पर शुरू हो चुकी है। अस्पताल प्रशासन ने परिजनों से अपील की है कि मृतकों के माता-पिता, बच्चे या नजदीकी रिश्तेदार डीएनए टेस्ट के लिए संपर्क करें ताकि शवों की पहचान जल्द हो सके।

नई जानकारी: कुछ शव इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं कि उनकी पहचान सामान्य तरीकों से असंभव है। डीएनए टेस्टिंग ही अब एकमात्र रास्ता है। 

हादसे की वजह: अब तक अनसुलझा रहस्यहादसे की जांच शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक क्रैश की वजह साफ नहीं हो पाई है। विमान को कैप्टन सुमित सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर उड़ा रहे थे। टेक ऑफ के सिर्फ 10 मिनट बाद ही विमान आग का गोला बनकर हॉस्टल की इमारत पर जा गिरा।

सनसनीखेज तथ्य: कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि टेक ऑफ से पहले विमान में तकनीकी खराबी के संकेत दिखे थे। क्या यह हादसा तकनीकी गड़बड़ी का नतीजा था या कुछ और? जांच पूरी होने पर ही सच्चाई सामने आएगी।देश में शोक की लहर, नेताओं ने जताया दुखइस भयावह हादसे ने पूरे देश में शोक की लहर फैला दी है। 

प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और कई बड़े नेताओं ने हादसे पर गहरा दुख जताया है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। स्थानीय लोग अस्पतालों में पहुंचकर घायलों की मदद के लिए रक्तदान और अन्य सहायता कर रहे हैं।

सनसनीखेज अपडेट : सूत्रों के मुताबिक, विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे। उनकी स्थिति के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, जिसने हादसे की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। यह खुलासा पूरे राज्य में सनसनी फैलाने के लिए काफी है।
राहत और बचाव कार्य जोरों पर

हादसे के बाद एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। मलबे में फंसे लोगों को निकालने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है।

आग और धुएं ने बचाव कार्य में काफी मुश्किलें पैदा कीं, लेकिन टीमें पूरी मुस्तैदी से काम कर रही हैं। सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा और घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की है।

नई अपडेट: अहमदाबाद सिविल अस्पताल में घायलों के लिए विशेष वार्ड बनाए गए हैं, जहां विशेषज्ञ डॉक्टर 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। कुछ घायलों की हालत गंभीर है, लेकिन डॉक्टर उनकी जान बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।



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