दिल्ली का LG है दोषी, दिल्ली के हजारों पेड़ों की कटाई के लिए: सुप्रीम कोर्ट
दिल्ली पेड़ों की कटाई के मामले में LG की भूमिका पर सवाल उठाये हैं, और पुछा है LG को भी पेड़ों को काटने से पहले अदालत से मंजूरी लेनी पड़ती है, क्या LG को इस नियम की जानकारी है या नहीं ?
साथ ही तंज भी कसा की क्या उपराजयपाल खुद को अदालत भी समझ रहे हैं ? ( मुख्यमंत्री तो वो खुद को पहले ही समझते हैं ).
DDA से भी पुछा की क्या उन्होंने उपराजयपाल को नहीं बताया की इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई के लिए अदालत की मंजूरी भी लेनी पड़ती है और उसके लिए अदालत में एक ट्री अफसर भी होता है जो अदालत में आयी पेड़ों को काटने की अप्लीकेशन को सम्बंधित कोर्ट के सामने रखता है और पेड़ों को काटना है या नहीं इसकी मंजूरी अदालत की सहमति से जारी करता है.
अदालत का कहना है की पेड़ों की कटाई के मामले में किसी ने भी समझदारी नहीं दिखाई चाहे वह LG हो या DDA हो या दिल्ली सरकार, सबने मामले को दबाने की और फिर लीपापोती करने की कोशिस की है.