पानीपत की डायन: क्यों बनी ख़ूबसूरत बच्चों की कातिल ?
पानीपत लेडी सीरियल किलर केस: खूबसूरती से जलन में 4 मासूमों की हत्या! मां का काला सच जान देश सन्न
लेखक: NewsBell7 टीम | अपडेटेड: नवंबर 2025
हरियाणा के पानीपत से निकला यह मामला पूरे देश को झकझोर रहा है। एक ऐसी महिला—जिसे पड़ोसी “शांत, घरेलू और साधारण” समझते थे—ने कथित तौर पर ईर्ष्या और खूबसूरती की जलन में अपने ही बच्चे सहित 4 मासूमों की हत्या कर डाली!
पुलिस की शुरुआती जांच ने जो सच सामने लाया, वह किसी मनोवैज्ञानिक थ्रिलर से कम नहीं है।
इस केस ने न सिर्फ पानीपत पुलिस की समझ को चुनौती दी, बल्कि यह सवाल भी उठाया कि क्या जलन इंसान को हैवान बना सकती है?
केस की शुरुआत: एक बच्चे की रहस्यमयी मौत, जिसने खोला ‘सीरियल पैटर्न’
यह मामला तब खुला जब 8 साल की एक बच्ची की अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
परिवार को यह सामान्य हादसा लगा, लेकिन डॉक्टरों ने मौत को “अस्वाभाविक” बताया।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि मौत से पहले बच्ची आखिरी बार संदिग्ध महिला के घर खेल रही थी।
पुलिस ने जब डेटा खंगाला तो सामने आया कि पिछले 14 महीनों में उसी मोहल्ले में 3 और बच्चे मर चुके थे, और सभी मौतें “हादसा” मान ली गई थीं।
यहीं से क्राइम ब्रांच को पहली बार शक हुआ कि कहीं यह सिलसिलेवार हत्याएँ तो नहीं?
4 बच्चों की मौत – क्या यह महज संयोग था?
मृत बच्चों की उम्र 3 से 9 साल के बीच थी।
सभी बच्चों का एक “कॉमन ट्रिगर” था:
वे दिखने में सुंदर, आकर्षक या मोहल्ले में खासा ध्यान पाने वाले बच्चे थे।
और यही बात पुलिस को हैरान करती है।
इन्वेस्टिगेशन: जब पुलिस ने ‘Jealousy Psychology’ का सुराग पाया
जांच के दौरान महिला के मोबाइल, डायरी, इंटरनेट सर्च हिस्ट्री और पड़ोसियों के बयान उठाए गए।
जो तथ्य सामने आए, उन्होंने पुलिस को चौंका दिया:
✔ महिला की डायरी से मिला वाक्य:
“सुंदर बच्चे सबका ध्यान खींचते हैं… मेरा बच्चा पीछे क्यों रह जाए?”
✔ इंटरनेट हिस्ट्री में खोज:
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How to harm a child silently?
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Kids jealousy psychology
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Why people love beautiful children more?
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How to make a child unconscious quickly?
✔ पड़ोसी:
“वह हमेशा उन बच्चों को घर बुलाती थी जिन्हें सब ‘क्यूट’ कहते थे। वह खास ध्यान देती थी—पर अब समझ आया क्यों…”
पुलिस को साफ हो गया कि यह सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि एक psychological jealousy-driven serial pattern था।
"मां" भी थी, फिर भी "अपने ही बेटे" का किया शिकार: अपने ही बच्चे की हत्या क्यों की?
सबसे दर्दनाक खुलासा यह था कि महिला ने अपने ही 5 वर्षीय बेटे को भी जान से मार दिया था।
फॉरेंसिक टीम ने बताया कि बच्चे की मौत को खाना अटकने का हादसा बताया गया था, लेकिन पोस्टमार्टम में
जानबूझकर दम घोंटने के संकेत मिले।
महिला का बयान (पुलिस सूत्रों के अनुसार):
“वह खुद भी सुंदर लगने लगा था… मुझे डर था कि उसको सब उतना ही प्यार करने लगेंगे जितना दूसरों को करते हैं।”
यह बयान विशेषज्ञों के अनुसार गंभीर मानसिक असंतुलन (pathological jealousy) का संकेत है।
क्या महिला मानसिक रूप से बीमार थी? — साइकोलॉजी टीम का बड़ा बयान
क्राइम मनोवैज्ञानिकों की टीम ने महिला के व्यवहार का अध्ययन किया।
रिपोर्ट में संभावित निष्कर्ष:
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Extreme Beauty Jealousy Syndrome
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Attention-seeking disorder
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Possessive maternal psychosis
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Child-targeted inferiority projection
विशेषज्ञों का मानना है कि यह दुर्लभ लेकिन “बेहद खतरनाक मानसिक अव्यवस्था” है, जिसमें व्यक्ति दूसरों को
अपनी तुलना में बेहतर, सुंदर या अधिक पसंद किया जाना बर्दाश्त नहीं कर पाता।
कैसे होती थीं हत्याएँ? — पुलिस का step-by-step reconstruction
पुलिस ने बताया कि महिला बेहद योजनाबद्ध तरीके से बच्चों को निशाना बनाती थी:
⭐ 1. बच्चे को घर बुलाना
मोहल्ले के बच्चे अक्सर उसके यहाँ आते थे, इसलिए किसी को शक नहीं हुआ।
⭐ 2. खाने-पीने की चीज़ देना
सूत्रों के अनुसार वह बच्चों को रस, मिठाई या अन्य खाना देती थी जिसमें हल्की मात्रा में बेहोशी लाने वाला तत्व मिलाया जाता था।
⭐ 3. बच्चे के बेहोश होने पर गला दबाना या दम घोंटना
फॉरेंसिक रिपोर्ट में हर मौत में ‘low oxygen imprint’ और ‘pressure marks’ मिले हैं।
⭐ 4. शव को सामान्य मौत की तरह प्रस्तुत करना
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कभी खेलते-खेलते गिरने का बहाना
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कभी खाना अटकने का दावा
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कभी अचानक सांस रुक जाने का नाटक
मोहल्ले की प्रतिक्रियाएँ: “हमें यकीन नहीं हो रहा कि शरीफ़ दिखने वाली ये महिला बच्चों की हत्या कर रही थी ”
पूरे इलाके में सनसनी है।
लोग कहते हैं कि महिला बेहद शांत स्वभाव की लगती थी — किसी को गुस्सा करते नहीं देखा।
एक पड़ोसी ने कहा:
“वह बच्चों को प्यार से बुलाती थी। हमें लगा कि उसे बच्चे पसंद हैं… हमें क्या पता था कि वह उन्हें मार डालने के लिए बुलाती थी और मौका मिलते ही उनकी हत्या कर देती थी ।”
