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Hafiz Saeed Security update Pakistan ISI Army protection

हाफिज सईद की सुरक्षा में बड़ा इजाफा



पाकिस्तान ने ISI और सेना को सौंपी जिम्मेदारी, हमले की आशंका से अलर्ट

(NB7)- पाकिस्तान में 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सरगना हाफिज सईद की सुरक्षा को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। 

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, के बाद पाकिस्तान ने हाफिज सईद और उसके बेटे तल्हा सईद की सुरक्षा को चार गुना बढ़ा दिया है। 

खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तानी सेना ने मिलकर उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाला है। सईद के लाहौर स्थित घर को सब-जेल में तब्दील कर दिया गया है, और आसपास ड्रोन सर्विलांस के साथ हाई-रिजॉल्यूशन CCTV कैमरे लगाए गए हैं। 
आइए जानते हैं इस मामले में ताजा अपडेट्स और सुरक्षा के पीछे की वजह जानने की कोशिस करते हैं।

पहलगाम कश्मीर हमले के बाद बढ़ी हलचल-

पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की छद्म शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। भारतीय एजेंसियों का मानना है कि इस हमले के पीछे हाफिज सईद का ही दिमाग था। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। 

भारत ने सईद की प्रत्यर्पण की मांग दोहराई है, लेकिन पाकिस्तान ने इसे खारिज कर दिया, जिससे सईद की सुरक्षा को लेकर नई सतर्कता बरती जा रही है।

हाफिज सईद की सुरक्षा में क्या-क्या इंतजाम ?

पाकिस्तान ने सईद की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं:

-24/7 सशस्त्र सुरक्षा: पाकिस्तानी सेना के पूर्व स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) कमांडो को उनकी सुरक्षा में तैनात किया गया है।


-ड्रोन और CCTV सर्विलांस: लाहौर के मोहल्ला जोहर टाउन में सईद के घर के 4 किलोमीटर के दायरे में हाई-रिजॉल्यूशन कैमरे और ड्रोन निगरानी शुरू की गई है।


-सब-जेल में तब्दील घर: सईद का घर अब एक नियंत्रित हिरासत केंद्र की तरह काम कर रहा है, जहां ISI और सेना की कड़ी निगरानी है।


-सुरक्षित ठिकानों में शिफ्टिंग: खबर है कि सईद और अन्य आतंकी सरगनाओं को ISI ने सुरक्षित सैन्य छावनियों में छिपाया है।

-सईद के करीबियों पर हमले बने चिंता का कारण

हाल के महीनों में सईद के कई करीबी सहयोगियों पर हमले हुए हैं, जिसने लश्कर कैंप में खलबली मचा दी है:-

अबू कताल की हत्या: मार्च 2025 में सईद के भांजे और LeT के प्रमुख हैंडलर अबू कताल को झेलम में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। वह 2023 के राजौरी और 2024 के रियासी हमले का मास्टरमाइंड था।


अब्दुल रहमान मक्की की मौत: दिसंबर 2024 में LeT के डिप्टी चीफ और सईद के रिश्तेदार मक्की की रहस्यमय मौत हुई। सईद को डर था कि वह भी निशाना बन सकते हैं, इसलिए उन्होंने मक्की के अंतिम संस्कार में भी हिस्सा नहीं लिया।


2023 में दो कमांडरों की हत्या: हंजला अदनान और रियाज अहमद उर्फ अबू कासिम, दोनों सईद के करीबी, अज्ञात हमलावरों के हाथों मारे गए।

इन हमलों के बाद सईद और उनके बेटे तल्हा की सुरक्षा बढ़ाना पाकिस्तान के लिए मजबूरी बन गया है। खबरों के मुताबिक, ISI ने सईद को मक्की के अंतिम संस्कार में जाने से भी रोका था।
पाकिस्तान का दोहरा रवैया

पाकिस्तान दावा करता है कि सईद 78 साल की सजा काट रहा है, लेकिन रिपोर्ट्स बताती हैं कि वह लाहौर में खुलेआम घूमता है और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है। 

भारत आजतक की एक विशेष रिपोर्ट में सैटेलाइट तस्वीरों और वीडियो के जरिए दिखाया गया कि सईद का लाहौर का घर एक आलीशान परिसर है, जिसमें मस्जिद, मदरसा और निजी पार्क शामिल हैं। यह दावा पाकिस्तान के “जेल” वाले बयान पर सवाल उठाता है।

भारत और अमेरिका की मांग

भारत ने दिसंबर 2023 में सईद के प्रत्यर्पण की औपचारिक मांग की थी, लेकिन पाकिस्तान ने इसे ठुकरा दिया। अमेरिका ने भी सईद पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है और पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पहलगाम हमले के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकियों को सजा देने और भारत के साथ बातचीत शुरू करने को कहा है।

क्या है आगे का रास्ता ?

पहलगाम हमले और सईद के करीबियों की हत्या ने क्षेत्रीय सुरक्षा को और जटिल बना दिया है। 

लॉरेंस बिश्नोई सिंडिकेट ने भी सईद को निशाना बनाने की धमकी दी है, जिससे पाकिस्तान और अलर्ट मोड पर है। 

विशेषज्ञों का मानना है कि सईद पर नकेल कसने के लिए भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को और दबाव बनाना होगा। हालांकि, पाकिस्तान का रवैया अभी भी संदिग्ध बना हुआ है।

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