India’s Corona virus Crisis: 3,758 Active Cases, Mask and Booster Dose Advisories Issued
भारत में कोविड-19 की ताजा स्थिति: 3,758 सक्रिय मामले, मास्क और बूस्टर डोज की सलाहनई दिल्ली, 2 जून 2025: भारत में कोविड-19 के मामलों में हाल के हफ्तों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है, जिसने स्वास्थ्य अधिकारियों और सरकार को सतर्क कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, देश में सक्रिय कोविड मामलों की संख्या 3,758 तक पहुंच गई है, और पिछले 24 घंटों में 4 लोगों की मौत दर्ज की गई है। नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 के प्रसार ने चिंता को और बढ़ा दिया है।
भारत में कोविड-19 के नए वेरिएंट और उनका प्रभाव:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मई 2025 में NB.1.8.1 और LF.7 को निगरानी में रखे जाने वाले वेरिएंट के रूप में चिह्नित किया है। ये वेरिएंट मुख्य रूप से महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, और दिल्ली जैसे राज्यों में फैल रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकांश मामले हल्के हैं, और मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। हालांकि, बेंगलुरु और ठाणे में दो मरीजों की मौत ने स्थिति की गंभीरता को उजागर किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह और सावधानियां:
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को अस्पतालों में आईसीयू बेड, ऑक्सीजन सप्लाई, और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मंत्रालय ने नागरिकों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, और बार-बार हाथ धोने की अपील की है। एंटीबायोटिक्स का उपयोग केवल जीवाणु संक्रमण के संदेह पर ही करने की सलाह दी गई है।
राज्यों में स्थितिमहाराष्ट्र: मुंबई, पुणे, और ठाणे में नए मामलों की संख्या सबसे अधिक है। मुंबई में मई 2025 में 95 नए केस दर्ज किए गए, और पुणे में 50 बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं।
केरल: नए मामलों में वृद्धि के साथ, अस्पतालों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में तीन साल में पहली बार 23 नए मामले दर्ज किए गए, और एक मरीज की मौत हुई है।
कर्नाटक: बेंगलुरु में 84 वर्षीय मरीज की मौत, जिसे पहले से कई बीमारियां थीं।
विशेषज्ञों की राय: क्या कहतें हैं डॉक्टर्स ?
विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है।
डॉ. रणदीप गुलेरिया, पूर्व एम्स निदेशक, ने कहा, "नए वेरिएंट की संक्रामकता अधिक हो सकती है, लेकिन टीकाकरण और बूस्टर डोज से गंभीरता को कम किया जा सकता है।" नागरिकों से टीकाकरण स्थिति की जांच करने और बूस्टर डोज लेने की सलाह दी जा रही है।
क्या करें और क्या न करें:
क्या करें:
क्या करें:
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें।
- नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइजर का उपयोग करें।
- बुखार या सांस की तकलीफ होने पर तुरंत टेस्ट कराएं।
क्या न करें:
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर बिना मास्क के जाना। ज्यादा जरूरी हो तो ही बाहर भीड़वाले स्थानों पर जाएं ,तब मास्क का प्रयोग अवश्य करें, थोड़ी सी सावधानी से आप महामारी के प्रकोप से आसानी से बच सकते हैं।
- लक्षणों को नजरअंदाज करना मुसीबत को बढ़ावा देना भी हो सकता है। लक्षणों को गंभीरता से लें, लापरवाही जानलेवा बन सकती है।
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं लेंना। मेडिकल स्टोर से लोग अक्सर स्वयं दवाइयां ले लेते हैं इससे बचें।
-सोशल मीडिया पर आंख बंद कर विश्वास करना, किसी भी तरह की सांस सम्बन्धी समस्या होने पर गूगल या युट्यूब पर सलाह लेना, इससे बचें, कम से कम एक बार रजिस्टर्ड डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
स्वास्थ्य मंत्रालय की नवीनतम गाइडलाइंस देखें
भारत सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं। नागरिकों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें। कोविड-19 के खिलाफ जंग में एकजुट होकर हम इसे नियंत्रित कर सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की नवीनतम गाइडलाइंस देखें
भारत सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं। नागरिकों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें। कोविड-19 के खिलाफ जंग में एकजुट होकर हम इसे नियंत्रित कर सकते हैं।