पूर्वोत्तर भारत में बारिश और बाढ़ का कहर जारी : 30 से अधिक की मौतें
(NB7) नई दिल्ली, 3 जून 2025: पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। असम, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 30 लोगों की जान चली गई है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं, और सैकड़ों गांव जलमग्न हो चुके हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे स्थिति और गंभीर होने की आशंका है।
गुवाहाटी में भूस्खलन के कारण कम से कम पांच लोगों की मौत हुई है, जिसमें बोंडा इलाके में तीन महिलाएं शामिल हैं। गुवाहाटी में एक दिन में 111 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 67 सालों का रिकॉर्ड तोड़ चुकी है।
ब्रह्मपुत्र और बराक जैसी प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है, और सड़कों पर पानी बह रहा है। स्थानीय लोग नावों के सहारे राशन और जरूरी सामान लाने को मजबूर हैं।
ब्रह्मपुत्र और बराक जैसी प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है, और सड़कों पर पानी बह रहा है। स्थानीय लोग नावों के सहारे राशन और जरूरी सामान लाने को मजबूर हैं।
सिक्किम में भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उत्तरी सिक्किम के थेंग और चुंगथांग इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे कई घर और संपत्तियां नष्ट हो गई हैं। जिला प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा है, और राहत कार्यों के लिए टीमें तैनात की गई हैं। लगभग 1,500 पर्यटक सिक्किम में फंसे हुए हैं, और बचाव कार्य जारी हैं।
मणिपुर, मिजोरम और अरुणाचल में भी तबाही
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वोत्तर भारत में अगले 3-4 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। असम, सिक्किम, और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों से सतर्क रहने और निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
किसानों को भारी नुकसान