ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी: सोशल मीडिया प्रभावकों के लिए खतरे की घंटी-
ज्योति, जो अपने यूट्यूब चैनल "ट्रैवल विद जो" के जरिए लाखों फॉलोअर्स के बीच मशहूर हैं, ने अपनी गिरफ्तारी से पहले पाकिस्तान की कई यात्राएं की थीं, जिनके वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किए।
Why is Jyoti Malhotra in the news?
The Crime of Jyoti Malhotra
ज्योति मल्होत्रा ने 2023 में पहली बार पाकिस्तान की यात्रा की थी। उनकी यात्राओं का विवरण इस प्रकार है:
पहली यात्रा (2023): ज्योति ने दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन में वीजा के लिए आवेदन किया, जहां उनकी मुलाकात दानिश से हुई। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से मुलाकात की और उनके साथ संपर्क बनाए रखा।
दूसरी यात्रा (2023): दानिश की सिफारिश पर ज्योति ने दूसरी बार पाकिस्तान का दौरा किया, जहां अली अहवान ने उनकी मुलाकात खुफिया एजेंटों से कराई। इस दौरान उन्होंने संवेदनशील जानकारी साझा करना शुरू किया।
तीसरी यात्रा (2024): अप्रैल 2024 में ज्योति ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरयम नवाज शरीफ से मुलाकात की, जिसका वीडियो उनके इंस्टाग्राम पर उपलब्ध है।
अन्य गतिविधियां: ज्योति ने अपने यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर पाकिस्तान के अटारी-वाघा बॉर्डर, लाहौर के अनारकली बाजार, और कटास राज मंदिर जैसे स्थानों के वीडियो साझा किए। इन वीडियो को जांच एजेंसियों ने प्रोपेगैंडा का हिस्सा माना।
ज्योति ने दावा किया कि उनकी यात्राएं वैध थीं और उन्होंने सभी आवश्यक अनुमतियां ली थीं। उनके पिता, हरीस मल्होत्रा, ने भी कहा कि उनकी बेटी ने वीडियो शूट करने के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था और वह अपने दोस्तों से संपर्क में रह सकती है।
पाकिस्तान के लिए जासूसी? ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने मचाई सनसनी
पहलगाम हमले से संदिग्ध संबंध: ज्योति ने जनवरी 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम का दौरा किया था, जो 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले से कुछ महीने पहले था। जांच एजेंसियां इन दोनों घटनाओं के बीच संभावित संबंध की जांच कर रही हैं।
सोशल मीडिया प्रभाव का दुरुपयोग: पुलिस का मानना है कि पाकिस्तानी एजेंट भारतीय सोशल मीडिया प्रभावकों को अपने एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। ज्योति को एक दीर्घकालिक "एसेट" के रूप में विकसित किया जा रहा था।
संदिग्ध डिजिटल साक्ष्य: पुलिस ने ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से संदिग्ध सामग्री बरामद की, जिसमें पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ उनकी बातचीत शामिल थी।
ज्योति मल्होत्रा कौन हैं?
Who is Jyoti Malhotra?
ज्योति मल्होत्रा, जिन्हें उनके यूट्यूब चैनल "ट्रैवल विद जो" और इंस्टाग्राम हैंडल "Desi-Indo-Joe" के नाम से जाना जाता है, jyoti Malhotra एक 33-34 वर्षीय ट्रैवल कंटेंट क्रिएटर हैं।
हरियाणा के हिसार की रहने वाली ज्योति ने अपने यूट्यूब चैनल पर 3.77 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और इंस्टाग्राम पर 1.33 लाख फॉलोअर्स बनाए हैं। उनके वीडियो में भारत और विदेशों की यात्राओं, खासकर इंडोनेशिया, चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की सैर शामिल है।
ज्योति ने अपने ट्रैवल व्लॉग्स में खासतौर पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करने की कोशिश की, जिसने बाद में जांच एजेंसियों ( IB and Haryana Police) का ध्यान खींचा।
ज्योति मल्होत्रा क्यों सुर्खियों में हैं?
ज्योति मल्होत्रा को 17 मई 2025 को हरियाणा पुलिस ने हिसार से गिरफ्तार किया। उन पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को संवेदनशील जानकारी देने और जासूसी करने का आरोप है। यह गिरफ्तारी ऑपरेशन सिंदूर के तहत हुई, जो भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था। पुलिस का दावा है कि ज्योति पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के संपर्क में थीं और उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए संवेदनशील जानकारी साझा की।
इसके अलावा, ज्योति की पाकिस्तान यात्राओं और वहां के अधिकारियों के साथ उनके संबंधों ने जांच एजेंसियों को और सतर्क कर दिया। एक वीडियो, जिसमें ज्योति पाकिस्तान हाई कमीशन में इफ्तार डिनर के दौरान वहां के अधिकारियों के साथ बातचीत "ज्योति मल्होत्रा: यूट्यूबर से जासूस तक - पाकिस्तान कनेक्शन और गिरफ्तारी की पूरी कहानी" ने उनके मामले को और चर्चा में ला दिया।
ज्योति मल्होत्रा का अपराध
ज्योति मल्होत्रा पर कई गंभीर आरोप लगे हैं, जिनमें शामिल हैं:
जासूसी और संवेदनशील जानकारी लीक करना: पुलिस के अनुसार, ज्योति ने भारतीय सेना से संबंधित गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों को दी। हालांकि, हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने स्पष्ट किया कि उनके पास सीधे तौर पर रक्षा-संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी तक पहुंच नहीं थी
पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ संपर्क: ज्योति 2023 से पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थीं। दानिश को 13 मई 2025 को भारत से निष्कासित कर दिया गया था। ज्योति ने दानिश के जरिए अन्य पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों, जैसे अली अहवान, शाकिर और राणा शहबाज से संपर्क बनाया।
प्रोपेगैंडा के लिए इस्तेमाल: जांच एजेंसियों का मानना है कि ज्योति को उनके सोशल मीडिया प्रभाव के कारण पाकिस्तानी एजेंटों ने प्रोपेगैंडा के लिए इस्तेमाल किया। उनके वीडियो में पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने की कोशिश की गई, जो कथित तौर पर पाकिस्तानी एजेंटों के निर्देश पर था।
आर्थिक अनियमितताएं: पुलिस ने खुलासा किया कि ज्योति की यात्राओं का खर्च उनकी घोषित आय से कहीं अधिक था, जिससे संदेह पैदा हुआ कि उनकी यात्राएं प्रायोजित थीं।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ संपर्क: ज्योति 2023 से पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थीं। दानिश को 13 मई 2025 को भारत से निष्कासित कर दिया गया था। ज्योति ने दानिश के जरिए अन्य पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों, जैसे अली अहवान, शाकिर और राणा शहबाज से संपर्क बनाया।
प्रोपेगैंडा के लिए इस्तेमाल: जांच एजेंसियों का मानना है कि ज्योति को उनके सोशल मीडिया प्रभाव के कारण पाकिस्तानी एजेंटों ने प्रोपेगैंडा के लिए इस्तेमाल किया। उनके वीडियो में पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने की कोशिश की गई, जो कथित तौर पर पाकिस्तानी एजेंटों के निर्देश पर था।
आर्थिक अनियमितताएं: पुलिस ने खुलासा किया कि ज्योति की यात्राओं का खर्च उनकी घोषित आय से कहीं अधिक था, जिससे संदेह पैदा हुआ कि उनकी यात्राएं प्रायोजित थीं।
ज्योति पर ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है, और उनके लैपटॉप और मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच के लिए जप्त कर लिया गया है।
पाकिस्तान यात्राओं का इतिहास
Jyoti Malhotra’s Controversial Pakistan Journey
ज्योति मल्होत्रा ने 2023 में पहली बार पाकिस्तान की यात्रा की थी। उनकी यात्राओं का विवरण इस प्रकार है:
पहली यात्रा (2023): ज्योति ने दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन में वीजा के लिए आवेदन किया, जहां उनकी मुलाकात दानिश से हुई। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से मुलाकात की और उनके साथ संपर्क बनाए रखा।
दूसरी यात्रा (2023): दानिश की सिफारिश पर ज्योति ने दूसरी बार पाकिस्तान का दौरा किया, जहां अली अहवान ने उनकी मुलाकात खुफिया एजेंटों से कराई। इस दौरान उन्होंने संवेदनशील जानकारी साझा करना शुरू किया।
तीसरी यात्रा (2024): अप्रैल 2024 में ज्योति ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरयम नवाज शरीफ से मुलाकात की, जिसका वीडियो उनके इंस्टाग्राम पर उपलब्ध है।
अन्य गतिविधियां: ज्योति ने अपने यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर पाकिस्तान के अटारी-वाघा बॉर्डर, लाहौर के अनारकली बाजार, और कटास राज मंदिर जैसे स्थानों के वीडियो साझा किए। इन वीडियो को जांच एजेंसियों ने प्रोपेगैंडा का हिस्सा माना।
ज्योति ने दावा किया कि उनकी यात्राएं वैध थीं और उन्होंने सभी आवश्यक अनुमतियां ली थीं। उनके पिता, हरीस मल्होत्रा, ने भी कहा कि उनकी बेटी ने वीडियो शूट करने के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था और वह अपने दोस्तों से संपर्क में रह सकती है।
गिरफ्तारी के कारण
Why Jyoti Malhotra was Arrested
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के पीछे कई कारण हैं:
खुफिया एजेंसियों की निगरानी: केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को ज्योति की गतिविधियों पर संदेह था। मई 2024 में एक एक्स यूजर, कपिल जैन, ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को उनकी गतिविधियों पर नजर रखने की सलाह दी थी।
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के पीछे कई कारण हैं:
खुफिया एजेंसियों की निगरानी: केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को ज्योति की गतिविधियों पर संदेह था। मई 2024 में एक एक्स यूजर, कपिल जैन, ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को उनकी गतिविधियों पर नजर रखने की सलाह दी थी।
पहलगाम हमले से संदिग्ध संबंध: ज्योति ने जनवरी 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम का दौरा किया था, जो 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले से कुछ महीने पहले था। जांच एजेंसियां इन दोनों घटनाओं के बीच संभावित संबंध की जांच कर रही हैं।
सोशल मीडिया प्रभाव का दुरुपयोग: पुलिस का मानना है कि पाकिस्तानी एजेंट भारतीय सोशल मीडिया प्रभावकों को अपने एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। ज्योति को एक दीर्घकालिक "एसेट" के रूप में विकसित किया जा रहा था।
संदिग्ध डिजिटल साक्ष्य: पुलिस ने ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से संदिग्ध सामग्री बरामद की, जिसमें पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ उनकी बातचीत शामिल थी।
परिवार का पक्ष
ज्योति के पिता, हरीस मल्होत्रा, ने अपनी बेटी का बचाव करते हुए कहा कि उसने यूट्यूब वीडियो के लिए पाकिस्तान की यात्रा की थी और सभी जरूरी अनुमतियां ली थीं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या उनकी बेटी अपने दोस्तों से बात नहीं कर सकती। हरीस ने यह भी बताया कि पुलिस ने उनके घर से फोन, लैपटॉप, पासपोर्ट और बैंक दस्तावेज जब्त किए।
जांच की स्थिति
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद जांच तेज हो गई है। हिसार पुलिस ने उनके वित्तीय लेनदेन और यात्रा विवरण की जांच शुरू की है। उनके डिवाइस की फोरेंसिक जांच चल रही है, और पुलिस अन्य संदिग्धों की भी तलाश कर रही है। ओडिशा में एक अन्य यूट्यूबर, जो ज्योति के साथ संपर्क में थी, भी जांच के दायरे में है।
ज्योति मल्होत्रा का मामला आधुनिक युद्ध की बदलती प्रकृति को दर्शाता है, जहां सोशल मीडिया प्रभावकों को प्रोपेगैंडा और जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। उनकी गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया क्रिएटर्स के लिए सावधानी बरतने की जरूरत को उजागर किया है। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा, सोशल मीडिया की शक्ति और व्यक्तिगत जिम्मेदारी जैसे मुद्दों पर व्यापक चर्चा को जन्म दे रहा है।
क्या ज्योति जासूसी में संलिप्त थी या बस यूँ ही फंस गयी !
हालाँकि ये अभी तक कोई खास सबूत पुलिस के हाथ नहीं लगा है न ही ज्योति की पहुँच किसी भी सरकारी संस्था तक थी न उसकी फेमिली का कोई विशेष या महत्वपूर्ण संस्था के साथ किसी भी तरह के सम्बन्ध हैं किन्तु ज्योति द्वारा हाईफाई लाइफ स्टाइल की आदत और लगभग आठ देशों में उसके द्वारा की गयी यात्रायें उसकी स्थिति को थोड़ा संदिग्ध बना रही हैं जैसे उसे किसी का फाइनैंशल सपोर्ट हो और उसे खर्चीले लाइफ स्टाइल की आदत डलवाई जा रही थी जिससे उसे इसकी आदत पड जाय और उससे फिर इस सबके बदले मनचाहा काम लिया जा सके या थोड़े शब्दों में कहें तो वह जासूस तो नहीं किन्तु अनजाने में जासूस बनाई जा रही थी, अब देखना है पुलिस कोर्ट में क्या सुबूत रखती है.